“वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे” | मनुष्यता कविता
परिचय मनुष्यता कविता मैथिली शरण गुप्त द्वारा लिखी गई थी और मेरे विचार से यह विश्व बंधुत्व के लिए एक […]
“वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे” | मनुष्यता कविता Read Post »
मैथिलीशरण गुप्त एक प्रसिद्ध हिंदी कवि थे। उनकी कविताओं में भावनाओं की गहराई और भावों की अद्वितीयता थी। उन्होंने भारतीय समाज के सभी पहलुओं को छूने वाली कविताएं लिखीं। उनकी कविताएं लोगों के दिलों को छू जाती थीं और उन्हें बहुत पसंद किया जाता था। गुप्त ने भारतीय समाज की ताकत को महसूस कराया और अपनी कविताओं में उसके महत्व को उजागर किया। उनकी कविता ‘भारत-भारती’ उनका प्रसिद्धतम काव्य है। गुप्त की कविताओं को आज भी लोग पढ़ते हैं और उनका सम्मान करते हैं। उन्हें उनके उत्कृष्ट काव्य के लिए कई पुरस्कार मिले हैं। गुप्त अब जीवित नहीं हैं, लेकिन उनकी कविताएं हमेशा हमें प्रेरित करती रहेंगी और उनका योगदान हमें हमेशा याद रहेगा।
परिचय मनुष्यता कविता मैथिली शरण गुप्त द्वारा लिखी गई थी और मेरे विचार से यह विश्व बंधुत्व के लिए एक […]
“वही मनुष्य है कि जो मनुष्य के लिए मरे” | मनुष्यता कविता Read Post »
नर हो न निराश करो मन को भारतीय कवि और विचारक मैथिली शरण गुप्त की एक प्रेरक कविता है। नर
नर हो ना निराश करो मन को | मैथिलीशरण गुप्त की कविता Read Post »