गुलाबी रंगों वाली वो देह – अंजना बख्शी की कविताBy Nitesh Sinha / अगस्त 21, 2024 अंजना बख्शी का जीवन परिचयअंजना बख्शी की प्रतिनिधि रचनाएँरचनाकारों-की-सूचीगुलाबी रंगों वाली वो देहमेरे भीतरकई कमरे हैंहर कमरे मेंअलग-अलग सामानकहीं कुछ टूटा-फूटातो कहींसब कुछ नया!एकदम मुक्तिबोध कीकविता-जैसाबस ख़ाली है तोइन कमरों कीदीवारों परये मटमैला रंगऔर ख़ाली हैभीतर कीआवाज़ों से टकरातीमेरी आवाज़नहीं जानती वोप्रतिकार करनापर चुप रहना भीनहीं चाहतीकोई लगातारदौड़ रहा हैभीतरऔर भीतरइन छिपीतहों के बीचलुप्त हो चली हैमेरी हँसीजैसे लुप्त हो गईनाना-नानीऔर दादा-दादीकी कहानियाँपरियों के किस्सेवो सूत काततीबुढ़ियाजो दिख जाया करतीकभी-कभीचंदा मामा मेंमैं अभी भीज़िंदा हूँक्योंकि मैंमरना नहीं चाहतीमुर्दों के शहर मेंसड़ी-गलीपरंपराओं के बीचजहाँ हरचीज़ बिकती होजैसे बिकते हैंगीतबिकती हैंदलीलेंऔर बिका करती हैंगुलाबी रंगों वालीवो देहजिसमें बंद हैंकई कमरेऔर हरकमरे कीचाबीटूटती बिखरतीजर्जर मनुष्यता-सीकहीं खो गई!~ अंजना बख्शीCategories: ब्लॉगABCDEFGHIJ KLMNOPQRSTUVWXYZअआईउएओकखगघचजतदधनपफबभमयरलवशसहश्रकवियों की सूची | हिंदी वर्णमाला में कवियों के नामFacebookLinkedInGoogleYouTubeSpotifyXTumblrMediumInstagram
कालिदास (कालि का दास): प्राचीन भारत की साहित्यिक प्रतिभाब्लॉग, जीवनियाँ / Mahakavi Kalidas Ka Jivan Parichay, कालिदास | भारतीय कवि और नाटककार, कालिदास और उनकी कृतियों पर एक संक्षिप्त टिप्पणी, कालिदास का जीवन परिचय, कालिदास का परिचय, कालिदास कौन थे?, कालिदास: जीवन और कार्य, महाकवि कालिदास का जीवन परिचय / By Nitesh Sinha